Sunday, 18 February 2018

'शुक्रिया'

      'शुक्रिया'
जब जब मुझे तुम याद आते हो
तब तब मुझे किसी से प्यार हो जाता है
जब कभी कोई प्यार से पुकारता है मुझे
याद आता है तब तेरा तेज मुझ पर झल्लाना
एक पल के लिए जब कोई छूता भर है
याद आता है तेरा मुझ पर हाथ उठाना
हरेक बात पर मेरी परवाह
याद दिलाती है हर पल की तेरी लापरवाही मेरे लिए
जहान में सबसे अनमोल बना डालना किसी का
तब याद आता है तेरा उपेक्षित समझ दूर छिटकना
हर वक़्त हर पल सामने साये की तरह किसी की मज़ूदगी,
याद दिलाता है तेरे लिए अंतहीन इंतज़ार !
तेरी हर गलती,हर रुसवाई,हर वक़्त का वो प्यार
और जाने क्या क्या.....सब
मुझे किसी से भी प्यार करने को धकेलती हैं !

Friday, 16 February 2018

'नाम'

     
कई दिनों बाद,
आज फिर मुझे  किसी ने पुकारा
अक्सर तुम्हारे बाद,
अब मुझे,
सब 'बुलाते' हैं वरना !